गोदरेज के मलिक का पहला काम बिजनेस सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स बनाना | Is godrej an indian company
गोदरेज
गोदरेज कंपनी का मालिक
पहला बिजनेस सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट बनाना
ताले और अलमारी का व्यापार शुरू करना
गोदरेज की फुल फॉर्म
गोदरेज कंपनी के प्रोडक्ट
गोदरेज के नाम अवार्ड
गोदरेज और इसरो यह साझेदारी
गोदरेज आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। गोदरेज के बनाए प्रोडक्ट हर घर में किसी ना किसी रूप में यूज होते हैं और लोगों को काफी पसंद भी आते हैं। गोदरेज एक भारतीय कंपनी है और इसका मुख्यालय मुंबई में है । यह कंपनी घर की जरूरतों का सामान बनाती है । जैसे तेल, साबुन, टूथब्रश, क्रीम आदि । गोदरेज के बनाए प्रोडक्ट की बात करें तो सबसे पहले ध्यान मेंअलमीरा और फ्रिज ही आते हैं।। गोदरेज लोगों में बहुत लोकप्रिय है।
गोदरेज कंपनी का मालिक:-
गोदरेज ग्रुप की शुरुआत भारतीय समुदाय से आए आर्देशिर गोदरेज और पिरोजशा गोदरेज ने की थी। फर्म की स्थापना 1897 में मुंबई महाराष्ट्र में हुई थी। इस कंपनी में करीब 28000 कर्मचारी काम करते हैं।
आर्देशिर के जीवन का लक्ष्य बिजनेस नहीं था। उन्होंने लॉ की पढ़ाई की थी। लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद कंपनी ने इन्हें केस लड़ने के लिए अफ्रीका भेजा पर जल्द ही वह अफ़्रीका छोड़कर भारत आ गए । क्योंकि वह जान गए थे इस वकालत में झूठ का सहारा लेना ही पड़ेगा ।
पहला काम बिजनेस सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट बनाना:-
वकालत छोड़ने के बाद उन्होंने केमिस्ट शॉप में बतौर असिस्टेंट काम किया। केमिस्ट शॉप पर काम करते करते उनके दिमाग में सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट बनाने की बात आई इसके लिए उन्होंने कुछ पैसे उधार भी लिए। आर्देशिर ब्रिटिश कंपनी के लिए सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट बनाते थे और कंपनी उसे बेजती थी। और एक दिन ऐसा आया जब सवाल उठा कि सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट पर आर्देशिर की कंपनी का नाम लिखा जाए या ब्रिटिश कंपनी का। आर्देशिर इंस्ट्रूमेंट पर अपने इंडिया का नाम लिखाना चाहते थे पर ब्रिटिश कंपनी इसके लिए तैयार नहीं हुई।
ताले और अलमारी का व्यापार शुरू करना:-
उन दिनों मुंबई के अखबारों में चोरी की घटना चर्चा का विषय थी। यहीं से आर्देशिर को अपना नया बिजनेस आइडिया मिला। वह था ताले बनाने का। इन खबरों से ही और गोदरेज ने अधिक सुरक्षित और मजबूत ताले बनाने की सोची। वह इन तालो को इतना सुरक्षित बनाना चाहते थे कि लोगों का भरोसा इस पर हो सके यहां तक कि उन्होंने लोगों को भरोसा भी दिलाया कि उनके बनाए ताले अन्य चाबियां से नहीं खोले जा सकेंगे। उन्होंने 1897 मैं मुंबई गैस वक्स पास 215 वर्ग फुट में फैक्ट्री की शुरुआत की जिसका नाम गोदरेज रखा। आर्देशिर यहां नहीं रुके उन्होंने तालों के साथ-साथ अलमारियों का निर्माण करना भी शुरू किया। इनकी फैक्ट्री में अलमारी लोहे की चादर को बिना काटे बनाई जाती थी और इन अलमारियों में भी जो ताले लगाए जाते थे और उसकी सेफ्टी का भी पूरा ध्यान रखा जाता था। अब गोदरेज कोई आम कंपनी नहीं थी। गोदरेज लोगों के बीच अपना विश्वास कायम करने में सफल रहे। अगर गोदरेज अलमारी की बात करें तो लोग और ब्रांडो को छोड़कर गोदरेज पर ज्यादा विश्वास रखते थे । यह विश्वास जो आज भी कायम है । अलमीरा की डोर, लॉक, यहां तक की चाबी भी इनकी खुद की बनाई होती है। इनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विवाह बगैर के मौके पर लोग गोदरेज की अलमीरा गिफ्ट करना या खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं। अलमीरा के अच्छे क्वालिटी और मजबूती पर लोगों को विश्वास है इसी कारण वह गोदरेज प्रोडक्ट को मार्केट में ज्यादा वैल्यू देते हैं।
गोदरेज की फुल फॉर्म:-
गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट लिमिटेड(GCPL) ।
जीसीपीएल के उत्पादों में साबुन, क्रीम, डिटर्जेंट और बालों में लगने वाले कलर आदि शामिल हैं।
गोदरेज कंपनी के प्रोडक्ट :-
गोदरेज कंपनी की स्थापना1897 में हुई थी। लीवर तकनीक के साथ उन्होंने पहला ताला बनाया।
1918 में गोदरेज ने तेल साबुन लांच किया। यह साबुन जानवरों की चर्बी के यूज़ किए बिना बनाया जाता था।
1952 सैंथॉल साबुन ब्रांड के साथ भारतीय बाजार में तहलका मचा दिया जबकि गोदरेज नंबर वन पहले ही भारतीय बाजार पर राज कर रहा था।
1955 मैं गोदरेज ने पहला स्वदेशी टाइपराइटर बनाया।
1958 मैं गोदरेज ने रेफ्रिजरेटर बनाया जो भारतीयों के बजट के अनुसार था। उन दिनों अंग्रेजी कंपनियों का बोलबाला था। उनके महंगे रेफ्रिजरेटर खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं थी।
1961 मैं भारत में गोदरेज ने फोर्थ लिफ्ट ट्रकों का निर्माण शुरू किया।
1974 बालों को कलर करने का उत्पाद लांच किया।
1989 मैं PUF यानी पॉलीयूरेथेन बनाने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी।
1990 मैं कंपनी ने गोदरेज प्रॉपर्टीज के रूप में रियल एस्टेट बाजार में एंट्री ली।
1991 मैं गोदरेज ने खाद्य व्यवसाय शुरू किया। यह भारतीय कृषि, अनुसंधान और विकास के लिए आधारित था।
गोदरेज के नाम अवार्ड:-
गोदरेज ने भारतीय नहीं अन्य देशों के बाजारों में भी अपना नाम कमाया है। जो कंपनी ताला बनाने शुरू हुई थी आज अनगिनत प्रोडक्ट बना रही है। इसके बनाए उत्पाद में लोगों ने विश्वास किया है । इसी विश्वास का नतीजा है कि गोदरेज को कई अवार्ड से सम्मानित किया गया है। 2018 मैं सीएनबीसी आवाज इकोनॉमिक्स टाइम्स में "ब्रांड "पुरस्कार। 2019 मैं "रियल एस्टेट कंपनी ऑफ द ईयर और " बेस्ट रियल जैसे अवार्ड जीते हैं।
गोदरेज और इसरो यह साझेदारी:-
गोदरेज एयरो स्पेस ने अपने पहले उपग्रह प्रक्षेपण के लिए इसरो से साझेदारी की है। गोदरेज एयरोस्पेस की इसरो में एंट्री से उसके बढ़ते कारोबार को आगे बढ़ने में और महत्वपूर्ण अवसर प्रदान हुआ है।
गोदरेज एयरोस्पेस ने कोविड-19 में महामारी शुरू होने के बाद उपग्रह के दूसरे चरण के उपयोग किए जाने वाले इंजन का निर्माण कर के एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । गोदरेज एयरोस्पेस ने चंद्रयान और मंगलयान मिशन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों मैं स्वदेशी निर्माण के लिए गोदरेज एयरोस्पेस की भूमिका अहम है।
वर्तमान में यह फॉर्म भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में फैली हुई है। गोदरेज के पूरी दुनिया में एक बिलियन से भी अधिक ग्राहक हैं । इस ने विभिन्न माध्यम से भारत के आत्मनिर्भरता में योगदान दिया है । अब परिवार की चौथी पीढ़ी अब इसके कारोबार को संभाल रही है।
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