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आपको बिनाका टूथ पेस्ट के साथ आने वाले खिलोने याद है क्या | कितने साल पहले आता था बिनाका टूथ पेस्ट | बिनाका टूथ पेस्ट के खिलौने

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  अपने समय का एक मशहूर टूथपेस्ट ब्रांड बिनाका का पब्लीसिटी स्टंट बिनाका गीतमाला मार्केटिंग रणनीति ( टूथपेस्ट में खिलौने) कहां गया इतना लोकप्रिय टूथपेस्ट बिनाका बिनाका क्या है अपने समय का एक मशहूर टूथपेस्ट ब्रांड। बिनाका को  Reckitt Benckiser ने सन 1951 में लांच किया था । जो FMCG उत्पादन में बड़ी हस्ती के रूप में पहचाने जाते थे। बिनाका एक ओरल हाइजीन ब्रांड था। 1970 में कोलगेट को उस समय के ब्रांड फॉरेन सौर मैक्सलिंक से जूझना पड़ रहा था तब बिनाका भारत के सबसे मशहूर टूथपेस्ट ब्रांड में से एक था।  बिनाका टूथपेस्ट की पैकेजिंग पर  नीरजा भगोट (एयर होस्टेस) की तस्वीर हुआ करते थे । बिनाका का पब्लीसिटी स्टंट।  आज के दौर में बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने उत्पादों को बाजार में अधिक से अधिक प्रचलित करने के लिए अलग-अलग तरह के प्रचारओं का सहारा लेती है  । और आज के युग के मीडिया और मल्टीमीडिया के माध्यमों को इस्तेमाल करती हैं। वहीं 1970 के दशक में इस प्रकार के साधनों की उपलब्धता नहीं थी और कंपनियों को अपने उत्पादों का तेजी से प्रचार करना संभव नहीं था तब उस समय के मीडिया के माध्यम...

पारले जी कंपनी की शुरुआत कब हुई और मालिक कौन है | क्या आपको पता है Parle-g दुनिया का सबसे जयादा बिकने वाला बिस्किट है | पारले जी कंपनी कितने साल पुरानी है

Parle-g का सफर टेस्टी हेल्थी फ़ूड दुनिया का सबसे ज्यादा बिकने वाला  बिस्किट। Parle-g कंपनी शुरुआत Parle-g दुनिया के चौथे नंबर की बिस्किट उपभोक्ता पारले ग्लूकोस से parle-g तक का सफर आजादी के बाद उत्पादन रोकना पड़ा। पोस्टर गर्ल पर बहस और कौन-कौन से हैं parle-g के प्रोडक्ट लॉकडाउन में टूटा 80 साल का रिकॉर्ड नहीं बड़े Parle-g बिस्किट के दाम टेस्टी हेल्थी फ़ूड दुनिया का सबसे ज्यादा बिकने वाला  बिस्किट।   भारत का शायद ही कोई ऐसा घर होगा जहां पारले जी बिस्किट नहीं आता हो। parle-g सबसे पुराने ब्रांड होने के साथ-साथ भारत में सर्वाधिक बिकने वाला बिस्किट भी है। या बिस्किट सस्ता और स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पूरे भारत में लोकप्रिय है। यह मूल रूप से भारतीय कंपनी है और इस बिस्किट के साथ बहुत से लोग बचपन से जवान और फिर बूढ़े हुए हैं । पारले जी बिस्कुट का इतिहास 1929 से चला आ रहा है। पार्ले कंपनी की शुरुआत एक बंद बड़ी फैक्ट्री से हुई जो मुंबई के विलेपार्ले नामक इलाके में थी। शुरू में यह कंपनी केक पेस्ट्री और कुकीज बनाकर बेचा करते थी। उस समय मार्केट में बिस्किट की अच्छी डिमांड थी जिन्हें ब...

Dmart मैं समान सस्ता क्यू है | Dmart क्यों है इतना सफल | Daily offers in Dmart | क्या आपको पता है Dmart है ऐसा मॉल जिसमे होता है हर रोज ऑफर

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  Dmart क्यों है इतना सफल कहानी राधाकिशन दमानी की अपनी खुद की जमीन होना Daily offers सामान ब्रांड को जगह अतिरिक्त रोशनी व सजावट का ना होना सप्लायर की पेमेंट कम समय में करना प्रॉफिट कमाकर स्टोर खोलना Dmart क्यों है इतना सफल Dmart  (Damani-Mart) आज किसी पहचान का मोहताज नहीं यह काफी सस्ते में अच्छा सामान देते हैं जो रिटेल स्टोर वाले नहीं दे पाते।  आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि कोई भी रिटेल स्टोर, कोई मॉल या  मार्ट अपनी किसी भी प्रकार की सेल या ऑफर के द्वारा d-mart में रखे सामान के सामान्य मूल्यों का भी मुकाबला नहीं कर सकते हैं।  डी मार्ट स्टोर की शुरुआत सन 2002 में हुई थी पहला डी मार्ट स्टोर मुंबई के पवई इलाके में खोला गया था । इसके बाद मात्र 8 साल में यानी सन 2010 तक d-mart के 25 स्टोर खुल चुके थे और और अब कंपनी अपनी काफी मजबूत स्थिति में पहुंच चुकी है। d-mart के बारे में जानने से पहले हमें डी मार्ट के मालिक श्री राधाकृष्ण दमानी के बारे में जानना जरूरी है। कहानी राधाकिशन दमानी की राधा कृष्ण भवानी दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में 98 नंबर पर आते हैं इनके पित...

क्या पैराशूट तेल को खाने में उपयोग कर सकते हैं | क्या पैराशूट हेयर ऑयल नहीं है ?

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पैराशूट ब्रांड  ब्रांड पैराशूट के नाम  द्वितीय विश्व युद्ध की देन पैराशूट ऑयल का चूहे के साथ संघर्ष पैराशूट की बोतल पर हेयर ऑयल नहीं लिखा होता। पैराशूट ब्रांड   पैराशूट नारियल तेल नारियल तेल का इस्तेमाल लगभग हर घर में होता है। यह  नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं है। यह माइक्रो नाम की एक भारतीय कंपनी का ब्रांड है। हर्ष मारी वाला इस कंपनी के संस्थापक हैं। कंपनी के हेयर ऑयल के अलावा अन्य ब्रांड भी हैं।  जैसे:  रिवाइव, मेडिकर, निहार नेचुरल, सफॉला, लिवोन, हेयर एंड केयर इसी कंपनी के अन्य ब्रांड है। पैराशूट ऑयल का चूहे के साथ संघर्ष  जी हां दोस्तों पैराशूट ऑयल को अपने मौजूदा मुकाम तक पहुंचने के लिए चूहों के साथ  भी लड़ाई लड़नी पड़ी थी। बात शुरू करते हैं सन 1947 से जब मारी वाला परिवार ने मुंबई ऑनलाइन इंडस्ट्री की शुरुआत की। 1970 तक भी इस कंपनी का कामकाज बहुत कम मार्जिन पर जारी था। इसके प्रोडक्ट पैराशूट और ससुरा लॉन्च किए जा चुके थे। और जब हर्ष मारिवाला जी ने कंपनी को ज्वाइन किया तब पैराशूट  तेल को 15 लीटर के टीम में बेचा जा रहा था।  उस समय में कोल...