7 महिलाओं द्वारा मात्र ₹80 में शुरू किया गया यह कारोबार देश में 5 करोड़ों कमा रहा है। लिज्जत पापड़
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लिज्जत पापड़ आज मार्केट, सुपरमार्केट आप कहीं भी घूमने जाएं दुनियाभर के प्रोडक्ट देखने को मिलते हैं। इन प्रोडक्ट को बनाने वाले लोगों के भी अपनी कहानी अपना इतिहास है लेकिन आज हम जिस प्रोडक्ट की बात कर रहे हैं उसको बनाने बाला कोई बड़ी हस्ती नहीं बल्कि कुछ महिलाओं है। अपने समय का मशहूर विज्ञापन ""कुर्रम, कुर्रम, कुर्रम, कुर्रम, ।। स्वाद, स्वाद में लिज्जत लिज्जत पापड़"" हम बात कर रहे हैं लिज्जत पापड़ की। वैसे तो मार्केट में पापड़ की वैरायटी खूब है लेकिन नजरें लिज्जत पापड़ पर ही आकर रूकती हैं। लिज्जत पापड़ ने इतनी प्रसिद्धि पाई भारत में शायद ही कोई ऐसा होगा जो इस प्रोडक्ट के बारे में ना जानता हो। इसकी कहानी शुरू होती है सात गुजराती सहेलियां से जिन्होंने ₹80 उधार लेकर यह कारोबार शुरू किया। लिज्जत पापड़ की संस्थापक:- - जसवंतीबेन जमनादास पोपट - पार्वतीबेन रामदास थोड़ानी - उजामबेन नरदादास कुंडलिया - बानूबेन एन तन्ना ...